बॉलीवुड के वो सुपरस्टार जब सरहदे नहीं थी, सिर्फ कला थी | आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी भारत पकिस्तान से हार गया, जब भी दोनों देशो के बीच मैच होता है, युद्ध वाला माहौल बन जाता है | विभाजन से पहले भी एक भावना थी , अपना पराया कुछ भी नहीं था | दिग्गज अभिनेता राज कपूर, सुनील दत्त, कदर खान, दिलीप कुमार इस सबका जन्म तब भारत और आज के पकिस्तान में ही हुआ था | ‘दो बीघा ज़मीन’ और ‘वक्त’ जैसी सुपरहिट फिल्मो में काम कर चुके बलराज साहनी का जन्म भी पकिस्तान के रावलपिंडी शहर में हुआ था |
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‘शोले’ फिल्म के डाइरेक्टर रमेश सिप्पी साल 1947 में कराची में पैदा हुए थे | उन्होंने ‘शक्ति’ , ‘सीता और गीता’ जैसी बेहतरीन फिल्मो का निर्देशन किया है | इसी के साथ शोले के अमज़द खान का वास्ता पेशावर से है | करीबन 30 भारतीय फिल्मो में काम कर चुके अमज़द को दुनिया ‘गब्बर’ के नाम से जानती है , लेकिन साल 1992 मुंबई में खान साहब इस दुनिया को अलविदा कह गए |
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‘वो कौन थी’ ‘मेरा साया’ और ‘वक्त’ जैसी फिल्मो में काम कर चुकी साधना का जन्म भी कराची में ही हुआ था | जो पुरानी फिल्मो से लगाव रखते है वो प्रेमनाथ या उसकी आवाज़ को कभी भूल नहीं सकते, उनका जन्म पेशावर में हुआ था | इन सितारों का जन्म उस समय हुआ जब भारत-पाक एक ही था |