गैंग फिल्में – बॉलीवुड की बदले की कहानी
अगर आप एक ऐसी फिल्म चाहते हैं जिसमें तेज़ टेक्शन, दिल धड़के वाले एक्शन और किरदारों की बेपरवाह जिंदगी हो, तो गैंग फिल्में एकदम सही चॉइस है। ये फिल्में अक्सर अपराध की दुनिया में उठे सवालों को उठाती हैं, लेकिन साथ ही किरदारों के अंदर की इंसानी भावनाओं को भी दिखाती हैं।
गैंग फिल्में क्यों पसंद आती हैं?
पहली बात तो ये है कि इन फिल्मों में कभी भी बोरियत नहीं होती। एक्शन सीन, जबरदस्त बैकग्राउंड म्यूजिक और तेज़ कट्स मिलकर दर्शकों को सीट के किनारे पर रख देते हैं। दूसरा, गैंगस्टर किरदारों के पास अक्सर एक मजबूत पर्सनालिटी होती है – वो अपने लक्ष्य के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। इससे दर्शकों को एंटीहिरो का आकर्षण मिलता है, जो ‘भले ही वो गलत हो, पर दिल से सच्चा’ जैसा लगे।
तीसरा, गैंग फिल्में अक्सर समाज में गहरी समस्याओं को छूती हैं – कॉरपोरेटर, राजनीति, पुलिस और आम जनता के बीच का संघर्ष। इस तरह के मुद्दे केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि सोचने का भी मौका देते हैं। जब आप ‘गैंग फ़िल्में’ सर्च करते हैं, तो आपको ‘गैंगस्टर सॉइंग’, ‘गैंग लीडर’, ‘भूतपूर्व गैंग’ जैसे टॉपिक भी मिलते हैं, जो इस शैली की विविधता दर्शाते हैं।
बॉलीवुड की टॉप गैंग फिल्में
अगर आप अभी शुरू कर रहे हैं, तो नीचे दी गई लिस्ट से आप अपनी प्लेलिस्ट बना सकते हैं:
1. गैंगस्टर – शाहरुख़ खान और काकींग के साथ बनी, जो मजबूती से दिखाती है कि कैसे एक छोटा गैंग बड़े डेमन में बदल जाता है।
2. शिवा – तेज़ी से चलने वाला एक्शन और मोज़े जैसा कोड, जो दर्शकों को गहराई में ले जाता है।
3. डॉन – क्लासिक गैंगस्टर फिल्म, जहाँ अमिताभ बच्चन के किरदार ने 'डॉन' नाम को इस शब्दकोश में दर्ज कर दिया।
4. गैंग्स ऑफ़ वेडर – नई पीढ़ी की फिल्म, जहाँ फ़ीचर, तकनीकी इफ़ेक्ट्स और बेधड़क कहानी ने नई हवा खींची।
इन फिल्मों में दिखाए गए गैंगस्टर के किरदार अक्सर अलग-अलग पड़ावों में फँसते हैं – परिवार, दोस्ती, प्यार और बदला। इस कारण से आप अलग-अलग भावनाओं का अनुभव कर सकते हैं, बिना बोर हुए।
एक बात और याद रखें: ‘गैंग फिल्में’ देखना सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं, बल्कि यह एक कैमरा लेंस है जिससे आप असली बिंदु देख सकते हैं - शक्ति का दुरुपयोग, नीति और व्यक्तिगत संघर्ष। जब आप इन फ़िल्मों को देखें, तो आप सिर्फ थ्रिल का मज़ा नहीं ले रहे होते, बल्कि समाज की कई पेचीदगियों को भी समझते हैं।
तो चलिए, अब बस एक बॉलिंग गिलास तैयार करें, अपने फ़ोन पर ‘गैंग फ़िल्में’ सर्च करें और इन धांसू फिल्मों का मज़ा लें। याद रहे, हर फ़िल्म के बाद एक छोटा रिव्यू लिखें – इससे आप खुद की सोच को भी ट्रैक कर पाएँगे और दूसरों को भी मदद मिल जाएगी।