चैत्र नवरात्रि 2025 – पहला दिन शैलपुत्री पूजा की पूरी गाइड

अगर आप नवरात्रि का सही शुरुआत करना चाहते हैं तो शैलपुत्री पूजा को सही समझना बहुत जरूरी है। इस लेख में हम आपको समय, रंग, उपवास, मंत्र और पूजा की सभी ज़रूरी बातें बताएंगे। पढ़ते‑ही आप अपनी तैयारी पूरी कर पाएँगे।

पूजा का सही समय और स्थान

शैलपुत्री पूजा हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पहली तिथि को मनाई जाती है। 2025 में यह तारीख 30 मार्च को पड़ती है। सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक कोई भी समय उपयुक्त माना जाता है, लेकिन अक्सर सूर्योदय के तुरंत बाद शुरू करना शुभ माना जाता है। पूजा करने की जगह साफ‑सुथरी और शांत होनी चाहिए; घर का ठोला या छोटे मंदिर में यह आसानी से हो सकता है।

शुभ रंग, वस्त्र और सजावट

शैलपुत्री के लिए लाल, सुनहरा और नारंगी रंग को सबसे अधिक शुभ माना जाता है। आप इन रंगों का सादा कपड़ा या सादी साड़ी पहन सकते हैं। पूजा की जगह पर लाल कपास का धागा या फूल बिछा दें, साथ में धूप और अगरबत्ती रखें। अगर आपके पास शैलपुत्री की चित्र या मूर्ति नहीं है तो एक साधारण मिट्टी की कुम्हडिया भी चलती है।

उपवास की बात करें तो कई लोग एक दिन का हल्का उपवास रखते हैं। फल, दूध, दही और सूखे मेवे खा सकते हैं। अगर आप पूर्ण उपवास रखना चाहते हैं तो केवल पानी या नारियल का पानी पिएँ। यह शरीर को साफ़ रखता है और मन को शांति मिलती है।

पूजा में मुख्य तौर पर पाँच चीज़ों का प्रयोग होता है: पुष्प, फल, धूप, दीप और प्रासाद। पुष्प में गुलाब या कमल सबसे अच्छा रहता है। फल में सेब, अमरूद और अनार डालें। धूप और दीप दोनों ही नलग्न रखें, ताकि वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

अब बात आती है मंत्रों की। शैलपुत्री के 108 बार जप करने से शक्ति मिलती है। सबसे सरल मंत्र है:

"ॐ शैलपुत्री नम:"

इस मंत्र को आप आराम से अपनी रुचि के अनुसार दोहराएँ। यदि आप वैदिक संगीत सुनते हैं तो पूजा के दौरान बजा सकते हैं, इससे ध्यान केंद्रित रहता है।

पूजा समाप्त करने के बाद प्रसाद के रूप में चावल, मिठाई और नारियल रखें। यह सभी को बाँटना चाहिए, चाहे घर के सदस्य हों या पड़ोसी। ऐसा करने से दोनो की खुशी बढ़ती है और शैलपुत्री की कृपा बनी रहती है।

संक्षेप में, सही समय, शुभ रंग, हल्का या पूर्ण उपवास, सही मूर्तिकल्पना और नियमित मंत्र जाप शैलपुत्री पूजा को सफल बनाते हैं। इस गाइड को फॉलो करें और नवरात्रि की पहली तिथि को ख़ास बनाएं। अपनी तैयारी खत्म कर ली? अब बस मन की शांति के साथ पूजा आरंभ करें और इस महीने को ऊर्जा से भरपूर बनाएं।

चैत्र नवरात्रि 2025 – पहला दिन शैलपुत्री पूजा की पूरी गाइड

  • सित॰, 27 2025
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30 मार्च 2025 को शुरू होने वाली चैत्र नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री पूजा का समय, विधि, रंग, उपवास और मंत्रों की पूरी जानकारी। इस लेख में पूजा की तैयारी से लेकर प्रसाद, कन्या पूजन और लाभ तक के सभी पहलुओं को विस्तार से बताया गया है।

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