चैत्र नवरात्रि 2025: कैसे मनाएँ, क्या करें, और क्या बचें
नवम्बर के बाद के महीने चैत्र में नवरात्रि का पवित्र समय आता है। 2025 में यह त्यौहार 25 मार्च से 2 अप्रैल तक चलेगा। अगर आप पहली बार या फिर से उत्सव की तैयारी में हैं, तो यहाँ कुछ सरल कदम हैं जो आपके घर को जल्दी तैयार करेंगे और मन को भी प्रसन्न रखेंगे।
नवरात्रि के मुख्य रिवाज
पहले पैर में बहुत सारे लोग देवी दुर्गा के नौ रूपों को याद करते हैं। हर रात एक अलग रूप का पूजन किया जाता है – माँ शैलपुत्री से शुरू करके माँ काली तक। घर में कैलास या धूप बत्ती जलाना, गजरा और लाल वस्त्र रखें, और प्रत्येक रूप के साथ एक छोटा कथा पढ़ें। यह सरल रिवाज हर घर में मिलते‑जुलते हैं और बच्चे भी आसानी से समझ लेते हैं।
दूसरा आसान रिवाज है दली महारथी की कथा सुनना। कई स्थानीय मंदिरों में कथा‑सत्र आयोजित होते हैं, लेकिन आप यूट्यूब या एप्प के जरिए भी सुन सकते हैं। कहानी सुनते‑सुनते माहौल में भक्तिपूर्ण माहौल बन जाता है, और फेरे की योजना बनाना आसान हो जाता है।
तीसरा, अंजली और कंकण के साथ मण्डला बनाना। कागज़ की प्लेट पर दो‑तीन रंगीन कागज़, एक छोटा सा कंकण, और दो‑तीन पत्तियों की बूँदें रखें। यह न केवल सजावट में मदद करता है, बल्कि बच्चों को भी रचनात्मक बनाता है।
2025 में विशेष कार्यक्रम और टिप्स
2025 की नवरात्रि में कई क्लासिक कार्यक्रमों के साथ-साथ ऑनलाइन लाइव स्ट्रीम भी उपलब्ध होगी। आपके शहर के मंदिर में अगर कोई भजन‑कीर्तन या गरबा इवेंट हो रहा है, तो पहले से टिकट बुक कर लें। कई प्लेटफ़ॉर्म पर देवी दुर्गा के भजन और धुनें 24/7 उपलब्ध हैं, इसलिए सुबह‑शाम घर पर ही भी भाग ले सकते हैं।
यदि आप बाहर नहीं जा सकते, तो घर में छोटे‑छोटे फेरे लगाएं। एक छोटा सा प्रसाद ट्रे में मिठाई, फल और पापड़ रखें। हर रोज़ दो‑तीन चूर्णी चाय या हल्का स्नैक रखें, ताकि सभी थकें नहीं। यह योजना बच्चों को भी उत्साहित रखेगी और फेरे में भागीदारी बढ़ाएगी।
सजावट के लिए बजट फ्रेंडली आइडिया: पुरानी कपड़े की टुकड़ी को लाल और सुनहरा रंग में रंगें और दीवार पर पेस्ट के साथ लगाएँ। वैकल्पिक रूप से, आप कागज़ की क्यूँ-कार्टन से छोटी शेज़ी वस्तुएँ बना सकते हैं। यह पर्यावरण के प्रति भी जागरूकता दिखाता है।
पूजा के दौरान ध्यान रखें कि धूप, अगरबत्ती और तेल का प्रयोग सुरक्षित जगह पर हो। बच्चे को हमेशा एक बड़ी आँख से देखें, ताकि कोई दुर्घटना न हो। साथ ही, सुबह के समय हल्की साँस‑व्यायाम करने से मन शांत रहता है और पूजा में बेहतर ध्यान लगाता है।
अंत में, नवरात्रि के बाद विजयादशमी का जश्न भी समान रूप से मनाएँ। घर में एक छोटा सा पवन‑पोस्टर लगाएँ, जिसमें माँ दुर्गा को लौटते हुए दिखाएँ। यह आपके घर को नवरात्रि के स्मरण में हमेशा जीवंत रखेगा।
तो बस, ये सब टिप्स फॉलो करके आप चैत्र नवरात्रि 2025 को पूरे दिल से मनाने के तैयार हैं। तैयारी आसान है, रिवाज सरल और उत्सव बहुत ही ख़ुशियों से भरा रहेगा। शुभ नवरात्रि!